पीपीयू के विधार्थियो ने दिखाया बच्चे जरूर है लेकिन कच्चे नहीं :- महामहिम राज्य्पाल

आपको बता दे की कल पाटलिपुत्र विश्व विधालय ने अपना पहला स्थापना दिवस मनाया। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में महामहिम राज्यपाल एवं शिक्षा मंत्री उपसिथत हुए। जहां महामहिम राज्य्पाल ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के प्रथम स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहे कि विश्वविद्यालय कम समय में ही काफी बेहतर कार्य किया है। सत्र नियमित के साथ-साथ यहां के बच्चे शिक्षा, खेल व ललित कला में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हे। उन्हें सम्मानित व पुरस्कृत करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कुलपति प्रो. आरके सिंह को आमंत्रण दिया कि वह सभी बच्चों के साथ कला का प्रदर्शन राजभवन में करें। वहां सम्मानित लोगाें के सामने कला का प्रदर्शन करेंगे। महामहिम के आमंत्रण को कुलपति ने सहर्ष स्वीकार भी किया।

सम्मानित करते महामहिम राज्य्पाल और शिक्षा मंत्री

वही एक संस्मरण को साझां करते हुए महामहिम ने कहा कि हिमाचल में एक कार्यक्रम में जाते समय हमारे एडीसी ने गुड पालिटिशियन को लेकर सवाल किया। तब हम दो-तीन मिनट सोचने के बाद कहा कि ऐसा भी कुछ होता है क्या। गुड पालिटिशियन, वकील, सीए, पुलिस होता है क्या। जब हम एक अच्छा इंसान बन जाएंगे तब आप स्वत: गुड पालिटिशियन, वकील, जज, सीए व पुलिस बन सकते है। बिहार बुद्ध की धरती है, महाविर के विचार है, महात्मा गांधी की कर्मभूमि है। वह शिक्षा के दम पर विश्व गुरु बनेंगे। लोगों को बतााएंगे कि आगामी 25 वर्षों का समय अमृत काल है। हम सोने की चिड़िया की चुचुआहट नहीं बल्कि शेर की दहाड़ के साथ आगें बढ़ेंगे। हम बिहार के बच्चों के बेहतर भविष्य देने के लिए मंत्री के साथ हाथ बढ़ाकर आगे बढ़ेंगे। किसी के दवाब में नहीं आकर शिक्षा के लिए जो भी बेहतर होगा करेंगे।

सम्मानित करते महामहिम राज्य्पाल और शिक्षा मंत्री

वही शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षा जीवन का अमूल्य चीज है। ऐसे में सभी अभिभावक अपने बच्चों को शिक्षा देने में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरते। बच्चे अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। शिक्षा व्यक्ति, परिवार, समाज व राज्य के उत्थान में सहभागी बनें। आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कुलपति प्रो. आरके सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय का दो महाविद्यालय को नैक से ए ग्रेड, दो दर्जन से अधिक कालेजों को बी ग्रेड है। विश्वविद्यालय के सभी कालेजों को नैक से मूल्यांकन कराने का निर्देश दिया गया है। शोध के क्ष्ेत्र में लगातार बेहतर कार्य हो रहा है। एनआइटी पटना व यूके के लीड्स विश्वविद्यालय से एमओयू शोध की गुणवत्ता में निखार लाएगा। विश्वविद्यालय का सत्र नियमित होने के कारण दूसरे क्षेत्र के छात्र यहां नामांकित हो रहे है। नामांकन 79 हजार से एक लाख 20 हजार तक पहुंच गया है। खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों में भी विवि अव्वल है। कार्यक्रम का संचालन प्रो. कलानाथ मिश्र ने किया।

कुमार अमिताभ की रिपोर्ट

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